The smart Trick of Shiv chaisa That Nobody is Discussing
The smart Trick of Shiv chaisa That Nobody is Discussing
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अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥
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ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥
सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ वेद नाम महिमा तव गाई।
दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा
संकट से मोहि आन उबारो ॥ मात-पिता भ्राता सब होई ।
भक्त अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने के लिए श्री शिव चालीसा का नियमित पाठ करते हैं। श्री शिव चालीसा के पाठ से आप अपने दुखों को दूर कर भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं। शिव चालीसा का पाठ हमेशा सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद करना चाहिए। भक्त Shiv chaisa प्रायः Shiv chaisa सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, त्रयोदशी व्रत एवं सावन के पवित्र महीने के दौरान shiv chalisa in hindi शिव चालीस का पाठ खूब करते हैं।
देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी ॥ तुरत षडानन आप पठायउ ।
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
It really is thought that regular chanting of Shiva Chalisa with utmost devotion has the facility to remove all the road blocks and troubles from one particular’s everyday living.